Viral Breaking News : शादी के 54 साल तक नहीं हुई थी कोई संतान, 74 साल की उम्र में पैदा किये एक साथ 2 जुड़वा बच्चे
Viral Breaking News : शादी के बाद कुछ सालो बाद हर किसी औरत का माँ बनने का सपना होता है. माँ बनना एक औरत के लिए बहुत ही शौभाग्यशाली होने वाली बात होती है. बच्चे के लिए औरत किसी भी तरह का रिस्क लेने को तैयार हो जाती है और कैसी भी पीड़ा सहन कर सकती है. कई लोगो को शादी के कई सालों बाद भी बच्चा नसीब नहीं हो पाता है. ऐसे में वे अपनी हर मुमकिन कौशिशे कर लेते है. जब तमाम कोशिशों से भी कुछ नहीं हो पाता है तो वे सब कुछ ऊपर वाले के भरोसे पर छोड़ देते है. लेकिन हम जिस दम्पति के बारे में आपको बताने जा रहे है उन्होंने ऐसा नहीं किया. वे हार को स्वीकार ही नही कर रहे थे.
दरअसल आन्ध्र प्रदेश के गोदावरी जिले के नेललापतीर्पाडू के रहने वाले मंगयाम्मा पति वाई राजा राव की शादी को 54 साल हो चुके थे. लेकिन फिर भी उन्हें ऊपर वाले ने संतान नहीं दी थी. उनके पास सुख-सुविधाए, ऐश-आराम, धन-दौतल सब कुछ थी, बस कमी थी तो घर के वारिस की. बच्चे के लिए वे कई बार कौशिशे कर चुके थे. इसके लिए उन्होंने कई मंदिरों में पूजा-पाठ करवाया और मन्नते भी मांगी. वे कई बड़े डॉक्टर्स से भी मिल चुके थे.
उम्र 74 साल हो जाने के कारण सभी डॉक्टर्स उन्हें मना कर लेते थे. बाद में उन्हें एक बेहतरीन और तजुर्बे वाले डॉक्टर की जानकारी मिली तो उन्होंने उनसे संपर्क करके मिलने चले गए. वे पूरी आस-लगा कर उनके पास गए थे. इस डॉक्टर ने भी अधिक उम्र देख कर यही कहा कि बच्चा इस उम्र में संभव नहीं है. इसके बाद दम्पति ने हाथ जोड कर डॉक्टर से विन्नती की और बोला की आप अपनी कौशिशे कर लीजिये फिर जो भी परिणाम होगा वो देख लेंगे. बूढ़े दम्पति डॉक्टर से आस लगाये बैठे थे तो आखिर में वह डॉक्टर मान गए. आपको बता दे कि वह डॉक्टर IVF टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञ थे और उन्होंने उस दम्पति कि देखरेख में 4 डॉक्टर्स की टीम लगा दी. फिर उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया. इसके बाद साल भर में कुछ ऐसा चमत्कार हो गया जो इतने सालों से नहीं हो पा रहा था. कुछ ऐसा हुआ जो संभव लग ही नही रहा था. उस बूढी महिला को 74 वर्ष की उम्र में IVF टेक्नोलॉजी की मदद से एक साथ दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. जन्म लेने वाले दोनों ही बच्चे लड़के थे और उनका वजन पौने तीन किलो बताया गया.
अजब-गजब खबर के बाद मीडिया ने लिया दम्पति का इंटरव्यू
मंगयाम्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा- कि “मुझे लगता था कि मैं बिना अपने बच्चों को देखे अंतिम सांस लूंगी, लेकिन पड़ोस में 55 साल की एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया तो इसके बाद मेरी सोची बदली। उसने मुझे आईवीएफ तकनीक से मां बनने की सलाह दी। मैंने पति को इसके लिए मनाया और आज मैं बेहद खुश हूं और मैंने अभी तक सिर्फ लोगों से ही सुना था कि डॉक्टर भगवान् का दूसरा रूप है, आज मैंने एक साथ दो-दो बच्चों को पाकर यह बात भी मान ली. सच में डॉक्टर और उनकी तकनीक भगवान् के किसी चमत्कार से कम नहीं है. मै और मेरे पति दोनों ही बहुत खुश है. बेहद ख़ुशी तो इस बात की है कि हमने कभी हार नहीं मानी.
नि:सन्तान महिलाओं को दिया सन्देश
मंगयाम्मा ने अपनी खाली गोद में दो बच्चों को पाकर बेहद ख़ुशी जताई और देश की ऐसी महिलाओं को सन्देश दिया कि कभी भी माँ बनने के लिए अपने अन्दर नकारात्मक सोच-विचार को जगह मत दो. अगर आप लोग कभी हिम्मत नहीं हारोगे और किसी चीज़ को पाने के लिए हर तरह का प्रयास करोगे तो सफलता को भी आप तक सामने से आना पड़ेगा. आज कल की कई तकनीकों ने बांजपन को कई हद तक ख़त्म कर दिया है.