Crime report – Shraddha Walker Murder Case: प्यार से मर्डर तक का सफ़र, श्रद्धा और अफताब की कहानी – पढ़िए पूरी खबर
The SPD News – Shraddha Walker Murder Case: पिछले कई दिनों से टीवी और सोशल मीडिया पर श्रद्धा मर्डर केस की खबर ने लोगो का दिल दहला दिया है और मानवता को शर्मशार कर दिया है. यह दिल दहला देने वाली घटना छतरपुर में हुई है, जिसके बाद पूरी राजधानी में सनसनी मच गई है. तो चलिए जानते आखिर क्या है इस मर्डर की पूरी कहानी.
श्रद्धा मर्डर केस की कहानी मुंबई के एक कॉल सेन्टर से शुरू होती है, जब साल 2018 में जब श्रद्धा वॉकर और आफ़ताब आमीन पूनावाला दोनों ही एक ही कॉल सेंटर में काम करते थे, तब उनकी वहा पर दोस्ती हुई. उस समय श्रद्धा की उम्र 25 साल और आफ़ताब की उम्र 27 साल थी. साथ में काम करने के कारण में दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई थी और ऐसे में दोनों बाहर डेट पर भी जाने लगे. धीरे-धीरे समय बीतता रहा और इन दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया.
श्रद्धा के माता-पिता साल 2016 से ही अलग रह रहे थे. ऐसे में माँ के साथ श्रद्धा और उसका भाई रहता था और उसके पिता अपनी माँ के अलग से रहते थे. आफ़ताब से श्रद्धा को अपने प्यार में कुछ इस तरह से फंसा दिया था कि बहुत इमोशनल होने लगी थी और फिर दोनों ने अपने इस प्यार को आगे बढ़ाने की सोच ली थी. फिर साल 2019 से दोनों ने एक-दूसरे के साथ लिव-इन में रहने का फैसला कर लिया. साथ में रहने के उन्होंने मुंबई के मलाड में एक अलग से रूम ले लिया था. इधर श्रद्धा की माँ को श्रद्धा की लिव इन में रहने वाली बात बिल्कुल भी पसंद ना आई, जिसके कारण माँ ने विरोध भी जताया. विरोध जताने पर श्रद्धा ने माँ से कहा कि वह अब 25 साल की हो गई है और उसे अपने फैलसे खुद लेने का पूरा अधिकार है. फिर भी उसकी माँ जब श्रद्धा से मना कर रही थी, तब बहस-बहस में उसने अपनी माँ से यह भी कह डाला कि अब से वह यही समझे कि उनकी कोई बेटी नहीं है. इसके बाद श्रद्धा अपना सामान पैक करके आफ़ताब आमीन पूनावाला के साथ लिव इन में रहने के लिए निकल पड़ी. श्रद्धा को उसके माँ-बाप ने बहुत समझाया था, लेकिन उसने उनकी एक न सुनी. अब बस उसे अपनी ज़िन्दगी अपने तरीके से जो जीनी थी.
आखिरी बार मिले पिता-बेटी सुमन की मुत्यु पर
श्रद्धा के जाने के बाद उसके माँ-बाप उसकी खबर उसके सोशल मीडिया अकाउंट से लेते थे. देखते ही देखते 1 साल निकल गया था. इधर श्रद्धा की माँ सुमन बहुत ही परेशान रहती थी और आखिरकार 23 जनवरी, 2020 को सुमन की मृत्यु हो गई. जब इस बात की खबर श्रद्धा और उसके पिता को मिली तो उस दौरान आखिरी बार वे वहा पर मिले थे, लेकिन पिता की अपनी बेटी से बात न हो पाई. इसके बाद करीब 15 दिनों के बाद श्रद्धा से जब उसके पिता की बात हुई तो उस दौरान उसने पिता को बताया था कि आफ़ताब उसे परेशान करता है. जब श्रद्धा आफ़ताब से ज्यादा परेशान रहने लगी तो उसने इसका विरोध भी जताया, उसके बाद आफताब ने उससे माफ़ी मांग ली थी और वे लोग फिर से लिव इन में रहने लगे थे.
दिल्ली पुलिस ने की जाँच-पडताल शुरू
अपने ने अपनी जाँच-पडताल (Shraddha Walker Murder Case) और पूछताछ के दौरान पाया कि वह मुंबई छोड़कर के 8 मई, 2022 को दिल्ली चले गए थे. कुछ दिनों तक एक होटल में रह रहे थे और फिर कुछ दिन तक एक दोस्त के साथ भी रहने लगे थे. फिर उन्होंने गूगल की मदद से छतरपुर में एक किराये का फ्लैट ले लिया और रहने लगे. यहाँ आने के 10 दिन बाद ही आफ़ताब ने श्रद्धा की गला घोटकर हत्या कर दी.
अब लाश को ठिकाने लगाना था और उसके पास कोई कार भी नहीं थी. ऐसे में उसने श्रद्धा के टुकटे करके लाश को बाहर ले जाने की सोची. इसके लिए उसके मार्केट से एक धारदार आरी खरीदी और एक 300 लीटर वाला फ्रीज़ भी ख़रीदा. जिसके बाद लाश को बाथरूम में ले जाकर उसके 35 टुकड़े कर डाले. इसके बाद हर रात वह कुछ टुकड़ो को प्लास्टिक में पैक करके बाहर फेकने के लिए चला जाता.
ऐसे हुआ था पिता को शक
पिछले कई महीनो ने जब पिता से बेटी की बात न हुई तो उन्हें कुछ अजीब लगने लगा और सोशल मीडिया पर भी श्रद्धा की कोई अपडेट नही थी. जब पिता ने श्रद्धा की दोस्त से फ़ोन पर बात की तो उसने भी बताया कि पिछले 2 महीने उसकी श्रद्धा से कोई बात नहीं हुई है.
इधर श्रद्धा का फ़ोन भी बंद आ रहा था. ऐसे में पिता का शक गहरा होने लगा था. फिर मुंबई में उन्होंने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत की और फिर दिल्ली में आकर 8 नवम्बर को पुलिस रिपोर्ट की. इसके बाद पुलिस ने इस केस को सीरियस लेकर जाँच-पडताल शुरू कर दी और फिर पता चला कि श्रद्धा के बॉयफ्रेंड आफ़ताब आमीन पूनावाला ने ही उसका मर्डर किया और लाश को टुकडो में काटकर ठिकाने लगाया था.